Shayari in Hindi Font By Faiz Ahmad Faiz Admin F Read more कब याद मे तेरा साथ नहीं, कब हाथ में तेरा हाथ नहीं; साद शुक्र की अपनी रातो में अब हिज्र की कोई रात नहीं; मुश्किल है अगर …
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